रिश्तेदार इतने बुरे भी नहीं होते जितना ‘स्टार प्लस वाले’ दिखाते हैं…
.
.
.
…और पड़ोसी इतने अच्छे भी नहीं होते जितना
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ वाले दिखाते हैं।
संदीप, लक्ष्मणगढ़
रिश्तेदार इतने बुरे भी नहीं होते जितना ‘स्टार प्लस वाले’ दिखाते हैं…
.
.
.
…और पड़ोसी इतने अच्छे भी नहीं होते जितना
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ वाले दिखाते हैं।
संदीप, लक्ष्मणगढ़