चल अब करते हैं शुरुआत नयी ज़िन्दगी की,
कुछ हँसी तू बाँट कुछ ख़ुशी मैं बांटू,
न होंगे मायूस कभी हम ग़में आलम,
कुछ दर्द तू बाँट कुछ दर्द मैं बांटू।
– सविता निकम
चल अब करते हैं शुरुआत नयी ज़िन्दगी की,
कुछ हँसी तू बाँट कुछ ख़ुशी मैं बांटू,
न होंगे मायूस कभी हम ग़में आलम,
कुछ दर्द तू बाँट कुछ दर्द मैं बांटू।
– सविता निकम