न्यू जीलैंड में फैला ‘हारोना’ वायरस का कहर…
.
.
.
लगातार मैच
हारने से फैला वायरस!
पप्पू, ग्रेटर कैलाश
न्यू जीलैंड में फैला ‘हारोना’ वायरस का कहर…
.
.
.
लगातार मैच
हारने से फैला वायरस!
पप्पू, ग्रेटर कैलाश
अगर नहाते वक्त साबुन फिसलकर गिर रहा हो और आप उसे पकड़ लो…
.
.
.
तो वर्ल्डकप
जीतने
वाली खुशी मिलती है।
मनोज, दिल्ली
पता नहीं समाज आलसी लोगों से नफरत क्यों करता है…
.
.
.
वे बेचारे तो कुछ ‘करते’ भी नहीं हैं!
आशीष, नोएडा
इससे अच्छा तो मौत आ जाए गालिब…
.
.
.
लेकिन चार भाइयों वाली
बहन पर दिल ना आए!
पप्पू, बेंगलुरु
अब समय आ गया है, ‘आप तो बड़े लोग हैं’…
.
.
.
इस वाक्य को
राष्ट्रीय ताना घोषित कर देना चाहिए।
वीरेंदर, कानपुर
वह सर्दी में भी देता है और गर्मी में भी देता है…
.
.
.
टंकी का पानी बड़ा बेवफा है,
हर मौसम में दगा देता है।
विराट, दिल्ली
कुंवारी महिला को आंटी बोलना भी…
.
.
.
मधुमक्खी के छाते पर
पत्थर मारने जैसा है।
विक्रम, दिल्ली
नींद बहुत कीमती चीज़ है….
.
.
.
तभी तो लोग
इसे सोना कहते हैं!
अरुण, शाहदारा
तुम्हें पाने के लिए जिस पेड़ पर धागा बांधा था…
.
.
.
नगर निगम वाले
वह पेड़ ही काटकर ले गए!
पप्पू, पंजाब
पप्पू: अंकल आप मुझे जानते हैं?
दुकानदार: नहीं।पप्पू: मेरे पापा को?
दुकानदार: नहीं।
पप्पू: …तो यह लो 10 रुपये और
एक सिगरेट दो।
प्रभाष, जोधपुर
पत्नी: आज पहली बार मैं
आपसे कुछ मांग रही हूं।
पति: अभी कल ही तो साड़ी मांगी थी।
पत्नी: मैं ‘आज’ की बात कर रही हूं।
ढंग से सुनते भी नहीं हो।
प्रियंका, कानपुर
एक दोस्त ने पप्पू से पूछा, परिवर्तन की परिभाषा क्या होती है?
दोस्त: जो कभी लिपट जाया करती थी
बादलों के गरजने से…
.
.
.
आज बादलों से भी ज्यादा गरजती है।
सलमान, मुंबई